ADCA के सहयोग से जिन ज़िंदगियों में बदलाव आया, उनकी आवाज़ें ही हमारे कार्य की सबसे बड़ी प्रेरणा हैं।
“ADCA ने मुझे न्याय पाने का आत्मविश्वास दिया। जब मैं मुश्किल दौर में थी, उनकी कानूनी टीम ने हर कदम पर साथ दिया। आज मैं सम्मान से जीवन जी रही हूँ।”
“लॉकडाउन में जब नौकरी चली गई, तो ADCA ने मुझे नया कौशल सिखाया और काम दिलवाया। अब मैं आत्मनिर्भर हूँ और परिवार का सहारा बन पाया हूँ।”
“ADCA की मदद से मैंने अन्याय के खिलाफ आवाज़ उठाने की हिम्मत पाई। अब मैं गाँव की अन्य महिलाओं को उनके अधिकारों के प्रति जागरूक करती हूँ।”
“ADCA के वर्कशॉप में मैंने जाना कि हर नागरिक के अधिकार कितने महत्वपूर्ण हैं। अब मैं भी अपने स्कूल में मानवाधिकार जागरूकता अभियान चलाता हूँ।”
अगर ADCA ने आपकी मदद की है, तो अपनी कहानी साझा करें — ताकि आपकी आवाज़ किसी और की हिम्मत बन सके।